बरनावा। डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह मस्ताना जी महाराज के पावन अवतार महा का भंडारा उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड की साथ संगत द्वारा डेरा सच्चा सौदा आश्रम बरनावा, बागपत उत्तर प्रदेश में आज हर्षोल्लास के साथ मनाया गया इस ।अवसर पर उतर प्रदेश एवं उत्तराखंड से लाखों श्रद्धालु ने भाग लिया। सभी श्रद्धालुओं के चेहरे खुशी से नूरो नूर थे ,सभी का आत्मविश्वास प्रबल था। समस्त आश्रम को डेरा सच्चा सौदा आश्रम की तीनों पात शाहियों के सुंदर सुंदर स्वरूपों के द्वारा भव्य रुप से सजाया गया था ।सैकड़ों सेवादार 2 दिन से आश्रम की साफ-सफाई में लगे हुए थे। उत्तर प्रदेश के 45 मेंबर श्री महेंद्र इंसान एवं सतीश पठानपुरा द्वारा संयुक्त रुप से जानकारी देते हुए बताया गया कि भंडारे के व्यवस्था में पिछले 2 दिनों से विभिन्न समितियों के हजारों सेवादार अपनी-अपनी सेवाओं में लगन से लगे हुए थे। ट्रैफिक समिति के सैंकड़ों सेवादारों द्वारा श्रद्धालुओं के वाहनों को उचित स्थान पर पंक्तियों में खड़ा कराया गया। सेवादारों द्वारा श्रद्धालुओं की सघन चेकिंग के उपरांत कोविड 19 के नियमों का पालन करते हुए सेनेटाइजर कराकर आश्रम में प्रवेश कराया गया। इस अवसर पर प्रातः 11:00 बजे से 1:00 बजे तक नाम चर्चा का आयोजन किया गया नाम चर्चा का संचालन भंगी दास डॉ सोलंकी इंसान द्वारा किया गया । कविराज भाइयों द्वारा पुजनीय बेपरवाह मस्ताना जी महाराज के अवतार महा से संबंधित सुरीली आवाज में भजन साध संगत को सुनाए गए। इस अवसर पर 130 ज़रूरतमंद गरीब परिवारों को एक माह का राशन वितरित किया गया। बड़ी बड़ी led स्क्रीन के द्वारा पूजने गुरुजी के रिकॉर्ड वचन साथ संगत को सुनाएं गए, जिसमें पूजनीय गुरुजी ने डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह मस्ताना जी महाराज के पावन जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए फरमाया कि मस्ताना जी महाराज ने ऐसा सच्चा सौदा बनाया जिसमे सभी धर्मो के लोग बिना किसी पाखंड के अपने अल्लाह,राम, गॉड का नाम जप सकते हैं,गुरु जी ने साध संगत को फरमाया की आपको जो हमने 134 मानवता भलाई के कार्यों पर चलने की प्रेरणा दी है उन पर बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना है ।नाम का सिमरन सभी सुखों की खान है इसे चलते फिरते उठते बैठते करते रहना है ।सतगुरु पर दृढ़ विश्वास रखना है। सभी धर्मों का आदर सत्कार करना है और सभी से प्रेम प्यार बनाकर रखना है। इंसानियत की अलख जगाए रखनी है ।पूजनीय गुरुजी ने फरमाया कि काम, क्रोध, मोह लोभ, अहंकार यह इंसान के सबसे बड़े शत्रु है इनसे बचने का एकमात्र उपाय सेवा, सिमरन और सतगुरु पर दृढ़ विश्वास है। नाम चर्चा के पश्चात लंगर समिति के सेवादार द्वारा कुछ ही देर में लाखों साथ संगत को भोजन लंगर प्रसाद खिलाया गया।
हर्षोल्लास के साथ मनाया गया बेपरवाह मस्ताना जी महाराज का पावन अवतार का भंडारा
नवंबर 15, 2021
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