मां के चौथे रूप देवी कूष्मांडा की हुई पूजा | NMPK Media @Baghpat

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आरती में श्रद्धालुओं ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा
मां भगवती के जयकारों से गूंजे मंदिर 
  
बागपत। विपुल जैन नवरात्र में नगर के श्री यमुना इंटर काॅलेज के पास समाज सेवी बबलू पंडित के सौजन्य से चल रही पूजा-अर्चना के चौथे दिन मां भगवती के चौथे रूप देवी कूष्मांडा की सोलह प्रकार से पूजा-अर्चना की गई। भगवती को प्रसन्न करने के लिए महिलाओं ने उन्हें सेब, केशर तथा सिन्दूर चढ़ाया। 
साहित्याचार्य पंडित नीरज शास्त्री ने बताया कि देवी कूष्मांडा की पूजा करते समय मन में चंचलता नहीं रहनी चाहिए। पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। माता कूष्मांडा की उपासना करने शोक, ताप व भय आदि से मुक्ति मिलती है तथा आयु, बल, यश तथा आरोग्यता की प्राप्ति होती है। इनकी पूजा से आयी सभी बाधाएं विलुप्त हो जाती है। शाम को मां भगवती की आरती हुई और आरती के बाद सभी को प्रसाद का वितरण किया गया। इस मौके पर मिट्ठनलाल वर्मा, मोनू, श्यामसुन्दर वर्मा आदि थे। इसके अलावा नगर के पक्का घाट मंदिर, सनातन धर्म हनुमान मंदिर, ठाकुरद्वारा स्थित राधा-कृष्ण दामोदरचन्द महाराज मंदिर, शालीगराम मंदिर, सिसाना रोड स्थित शिव भूमिया मंदिर, मेरठ रोड स्थित शिव मंदिर, पुराना कस्बा स्थित बागेश्वर मंदिर, पिपलेश्वर मंदिर तथा शुगर मिल स्थित दुर्गा मंदिर में भी काफी भक्त पहुंचे और उन्होंने देवी का पूजन किया।

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